दो तरह से 'च' वाक्यो में प्रयोग हो सकता है:
१ - सभी संज्ञाओं को लिख कर, अंतिम संज्ञा के बाद 'च' लगा दे, जो की आसान और ज्यादा इस्तेमाल होने वाला तरीका है |
उदाहरण : रामः, श्यामः , माला , शीला च क्रीडन्ती |
२ - सभी संज्ञाओं के बीच में 'च' लगा दे, जो की थोड़ा मुश्किल और काम इस्तेमाल होने वाला तरीका है |
उदहारण : रामः च श्यामः च माला च शीला च क्रीडन्ति |
३ - जब वाक्य में पुल्लिंग और स्त्रीलिंग, दोनों संज्ञा हों, तब पुल्लिंग को प्राथमिकता दी जाती है |
उदाहरण : तौ गच्छतः |
अगर आपको पुरुष प्रधान वाक्य से आपत्ति है तो आप कह सकते है - "सः सा गच्छतः |" दोनों ही वाक्य सही है |
४ - कर्ता के वचन के स्वरुप क्रिया वचन प्रयोग होगा |
उदाहरण :
रामः माला च खादतः | (खाद का प्रथम पुरुष द्विवचन)
रामः माला सीता च खादन्ति | (खाद का प्रथम पुरुष बहुवचन)
५ - अगर कर्ता विभिन्न पुरुषो में है (प्रथम, मध्यम एवं उत्तम पुरुष ) तो पहली प्राथमिकता उत्तम पुरुष की होगी और दूसरी प्राथमिकता मध्यम पुरुष की |
उदाहरण :
त्वम् अहं च गच्छावः | ----- यहाँ वाक्य में मध्यम पुरुष और उत्तम पुरुष आये है इसलिए क्रिया पद उत्तम पुरुष के द्विवचन से लिया गया है |
रामः अहं त्वम् च गच्छावः | ----- उत्तम पुरुष और बहुवचन |
रामः त्वम् च गच्छथः | ----- मध्यम पुरुष और द्विवचन |
ते त्वम् च गच्छथ | ----- मध्यम पुरुष और बहुवचन |
१ - सभी संज्ञाओं को लिख कर, अंतिम संज्ञा के बाद 'च' लगा दे, जो की आसान और ज्यादा इस्तेमाल होने वाला तरीका है |
उदाहरण : रामः, श्यामः , माला , शीला च क्रीडन्ती |
२ - सभी संज्ञाओं के बीच में 'च' लगा दे, जो की थोड़ा मुश्किल और काम इस्तेमाल होने वाला तरीका है |
उदहारण : रामः च श्यामः च माला च शीला च क्रीडन्ति |
३ - जब वाक्य में पुल्लिंग और स्त्रीलिंग, दोनों संज्ञा हों, तब पुल्लिंग को प्राथमिकता दी जाती है |
उदाहरण : तौ गच्छतः |
अगर आपको पुरुष प्रधान वाक्य से आपत्ति है तो आप कह सकते है - "सः सा गच्छतः |" दोनों ही वाक्य सही है |
४ - कर्ता के वचन के स्वरुप क्रिया वचन प्रयोग होगा |
उदाहरण :
रामः माला च खादतः | (खाद का प्रथम पुरुष द्विवचन)
रामः माला सीता च खादन्ति | (खाद का प्रथम पुरुष बहुवचन)
५ - अगर कर्ता विभिन्न पुरुषो में है (प्रथम, मध्यम एवं उत्तम पुरुष ) तो पहली प्राथमिकता उत्तम पुरुष की होगी और दूसरी प्राथमिकता मध्यम पुरुष की |
उदाहरण :
त्वम् अहं च गच्छावः | ----- यहाँ वाक्य में मध्यम पुरुष और उत्तम पुरुष आये है इसलिए क्रिया पद उत्तम पुरुष के द्विवचन से लिया गया है |
रामः अहं त्वम् च गच्छावः | ----- उत्तम पुरुष और बहुवचन |
रामः त्वम् च गच्छथः | ----- मध्यम पुरुष और द्विवचन |
ते त्वम् च गच्छथ | ----- मध्यम पुरुष और बहुवचन |
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